1. गुरुत्वाकर्षण किसके कारण होता है?
- A) विद्युत् बल
- B) चुंबकीय बल
- C) पृथ्वी और अन्य पिंडों के बीच आकर्षण बल
- D) प्रकाश बल
उत्तर: C) पृथ्वी और अन्य पिंडों के बीच आकर्षण बल
2. गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी पर क्या होता है?
- A) वस्तुएं ऊपर उड़ जाती हैं
- B) वस्तुएं नीचे गिरती हैं
- C) वस्तुएं रुक जाती हैं
- D) वस्तुएं घूमने लगती हैं
उत्तर: B) वस्तुएं नीचे गिरती हैं
3. गुरुत्वाकर्षण बल का माप किसके द्वारा किया जाता है?
- A) गुरुत्वाकर्षण निराकार यंत्र
- B) न्यूटन का सार्वभौम गुरुत्वाकर्षण नियम
- C) बलमापी यंत्र
- D) गति मापी यंत्र
उत्तर: B) न्यूटन का सार्वभौम गुरुत्वाकर्षण नियम
4. गुरुत्वाकर्षण का सबसे बड़ा प्रभाव कहाँ होता है?
- A) अंतरिक्ष में
- B) पृथ्वी पर
- C) चंद्रमा पर
- D) सूर्य के चारों ओर
उत्तर: B) पृथ्वी पर
5. गुरुत्वाकर्षण बल का महत्व किस दृष्टिकोण से है?
- A) यह गति को रोकता है
- B) यह पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए आवश्यक है
- C) यह सभी चीजों को नीचे गिरा देता है
- D) यह केवल स्थिर वस्तुओं पर कार्य करता है
उत्तर: B) यह पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए आवश्यक है
6. पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल किसके द्वारा निर्धारित होता है?
- A) पृथ्वी का आकार और द्रव्यमान
- B) पृथ्वी की रचना
- C) पृथ्वी के वातावरण की संरचना
- D) पृथ्वी का घनत्व
उत्तर: A) पृथ्वी का आकार और द्रव्यमान
7. यदि पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण बल नहीं होता, तो क्या होता?
- A) सभी वस्तुएं स्थिर रहतीं
- B) पृथ्वी पर कोई जीवन नहीं होता
- C) लोग उड़ने लगते
- D) कोई भी गति नहीं होती
उत्तर: B) पृथ्वी पर कोई जीवन नहीं होता
8. न्यूटन का सार्वभौम गुरुत्वाकर्षण नियम क्या बताता है?
- A) हर वस्तु एक दूसरे को आकर्षित करती है
- B) गुरुत्वाकर्षण केवल बड़े पिंडों पर कार्य करता है
- C) गुरुत्वाकर्षण केवल स्थिर वस्तुओं पर कार्य करता है
- D) गुरुत्वाकर्षण बल केवल विद्युत रूप में कार्य करता है
उत्तर: A) हर वस्तु एक दूसरे को आकर्षित करती है
9. गुरुत्वाकर्षण का कार्य पृथ्वी पर किस प्रकार की वस्तुओं पर होता है?
- A) केवल ठोस वस्तुएं
- B) केवल तरल वस्तुएं
- C) ठोस, तरल और गैसीय सभी प्रकार की वस्तुएं
- D) केवल वायुमंडलीय गैसें
उत्तर: C) ठोस, तरल और गैसीय सभी प्रकार की वस्तुएं
10. गुरुत्वाकर्षण के कारण हम पृथ्वी पर क्या अनुभव करते हैं?
- A) तापमान में वृद्धि
- B) द्रव्यमान में कमी
- C) वजनी बल
- D) प्रकाश का प्रतिबिंब
उत्तर: C) वजनी बल
गुरुत्वाकर्षण वह बल है जो पृथ्वी या किसी अन्य पिंड द्वारा किसी अन्य वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसका सबसे सामान्य उदाहरण पृथ्वी द्वारा किसी वस्तु को नीचे की ओर खींचने वाला बल है।
गुरुत्वाकर्षण के
प्रमुख बिंदु:
1. गुरुत्वाकर्षण
बल: यह बल किसी वस्तु के द्रव्यमान के कारण उत्पन्न होता है और यह सभी वस्तुओं पर
कार्य करता है, चाहे
वे स्थिर हों या गति कर रही हों। पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल हमें पृथ्वी की सतह
पर जीवन जीने में मदद करता है, क्योंकि यह हमें पृथ्वी की ओर खींचता है और वस्तुओं को
गिरने से रोकता है।
2. न्यूटन
का सार्वभौम गुरुत्वाकर्षण नियम (Universal Law of
Gravitation): इस नियम के अनुसार,
"प्रत्येक पिंड पर दूसरा पिंड एक
आकर्षक बल कार्य करता है, जो उनके द्रव्यमान के गुणा और उनके बीच की दूरी के वर्ग के विपरीत अनुपात में
होता है।" इसका मतलब यह है कि जितना बड़ा द्रव्यमान होगा,
आकर्षण बल उतना ही अधिक होगा और जितनी दूरी अधिक होगी,
आकर्षण बल उतना ही कम होगा।
3. गुरुत्वाकर्षण
की गति: गुरुत्वाकर्षण बल के कारण पृथ्वी की सतह पर वस्तुएं गिरती हैं। यह गति 9.8 मीटर प्रति सेकंड² (या 10 मीटर प्रति सेकंड²) के आसपास होती है, जो पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण के कारण उत्पन्न होती है।
4. गुरुत्वाकर्षण
का महत्व: यह बल पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण है। यह चीजों को
स्थिर रखता है, जैसे
पानी,
वायु, और अन्य चीजें पृथ्वी के आसपास रहती हैं। इसके अलावा,
यह ग्रहों, सितारों और अन्य खगोलीय पिंडों को भी एक-दूसरे के आसपास
बांधकर रखता है।
इस प्रकार, गुरुत्वाकर्षण वह प्राकृतिक बल है, जो पृथ्वी सहित सभी पिंडों पर कार्य करता है और इसका हमारे जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
न्यूटन का सार्वभौम गुरुत्वाकर्षण नियम (Newton's Law of Gravitation) एक भौतिकी का सिद्धांत है, जो यह बताता है कि हर वस्तु द्वारा दूसरी वस्तु को एक आकर्षक बल (गुरुत्वाकर्षण बल) लगाया जाता है। इस नियम के अनुसार, यह बल वस्तुओं के द्रव्यमान (mass) और उनके बीच की दूरी (distance) पर निर्भर करता है।
न्यूटन के सार्वभौम
गुरुत्वाकर्षण नियम :
"प्रत्येक
वस्तु अपने द्रव्यमान के कारण दूसरे वस्तु को आकर्षित करती है। यह आकर्षण बल
वस्तुओं के द्रव्यमान के गुणन और उनके बीच की दूरी के वर्ग के विपरीत अनुपात में
होता है।"
गणितीय रूप में इसे इस प्रकार लिखा जाता है:
\[F = \dfrac{G \cdot m_1 \cdot m_2}{r^2}\]
जहाँ:
- F = आकर्षण बल (Gravitational Force)
- G = सार्वभौम गुरुत्वाकर्षण स्थिरांक (Universal Gravitational Constant), जिसका मान \( 6.674 \times 10^{-11} \, \text{Nm}^2/\text{kg}^2 \) है।
- m₁ और m₂ = दो वस्तुओं का द्रव्यमान (Mass of the two objects)
- r = दोनों वस्तुओं के बीच की दूरी (Distance between the centers of the two objects)
न्यूटन के
गुरुत्वाकर्षण नियम के मुख्य बिंदु:
1. द्रव्यमान का प्रभाव: आकर्षण बल सीधे तौर पर दोनों वस्तुओं के द्रव्यमान के गुणन पर निर्भर करता है। यानी, अगर किसी वस्तु का द्रव्यमान बढ़ता है, तो आकर्षण बल भी बढ़ता है।
2. दूरी
का प्रभाव: आकर्षण बल दोनों वस्तुओं के बीच की दूरी के वर्ग के विपरीत अनुपात में
घटता है। यानी, यदि
वस्तुओं के बीच की दूरी बढ़ेगी, तो आकर्षण बल घटेगा।
3. सार्वभौम आकर्षण: यह नियम केवल पृथ्वी पर ही नहीं, बल्कि पूरे ब्रह्मांड में लागू होता है। इसका मतलब है कि यह बल सभी ग्रहों, तारे, उपग्रह, और अन्य खगोलीय पिंडों के बीच कार्य करता है।
No comments:
Post a Comment